देवभूमि हिमाचल के हर गांव में किसी न किसी देवता का वास है। यहां के हर रीती-रिवाज़, तीज-त्यौहार, लोक-संस्कृति और परम्पराएँ देवी-देवताओं से जुड़ी होती है। यहां के विवाह, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश आदि कोई भी शुभ कार्य कुलदेव के बिना सम्पूर्ण नहीं होते। यहां के कुलदेव हिमाचल के गाँवों के सजग प्रहरी होते हैं। किसी भी प्रकार की विपदा, दुःख, कष्ट की भविष्यवाणी और उसका निवारण यही करते हैं।