हिमाचल न्यूज : मंडी | कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज थाना कलां में जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जायका) के अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजना की समीक्षा की। बैठक में कंवर ने कहा कि जायका का पहला चरण दिसंबर 2020 में समाप्त होने जा रहा है तथा जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी से वित्त पोषित 321 करोड़ के पहले चरण में पांच जिलों बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और ऊना में लागू किया गया है।
इसके तहत किसानों को सब्जी एवं अनाज उगाने और कटाई के बाद की प्रबंधन तकनीक के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही सिंचाई और खेतों तक सड़क सुविधाओं जैसी मूलभूत अधोसंरचना का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जायका के दूसरे चरण में 1104 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट वित्त पोषित करने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके लिए जायका के साथ मार्च 2021 में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होना प्रस्तावित हैं।
बैठक में वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जापान का शीताके मशरूम उगाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में प्लांट स्थापित किया जाएगा। प्लांट की स्थापना के बाद किसानों को शीताके मशरूम के उत्पादन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कंवर ने कहा कि शीताके मशरूम की बाजार में काफी मांग रहती है तथा इससे जुड़कर किसान 15 स्कवैयर मीटर में 1 लाख रुपए तक की आय अर्जित कर सकते हैं। प्लांट की स्थापना के लिए मशीनरी आ गई है, लेकिन लॉकडाउन के चलते वह दिल्ली से पालमपुर तक नहीं आ पाई। उन्होंने मशीनरी को जल्द से जल्द पालमपुर पहुंचाने की व्यवस्था करना को कहा।
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को किसानों को लाभान्वित करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि सरकार की योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभान्वित किया जा सके। इस बैठक में जायका के चीफ एडवाइर जे. सी. राणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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