हिमाचल न्यूज़ | ठंड में तिल की चिक्की के सेवन से शरीर को कई फायदे भी मिलते हैं, जैसे स्किन का ग्लो होना, डायबिटीज कंट्रोल में रहना, दिल से जुड़ी समस्याओं का दूर होना, नर्वस सिस्टम का मजबूत होना, शरीर के विकास में मदद मिलना आदि।
सभी को सर्दियों में तिल की चिक्की खानी चाहिए। हालांकि इसका रोजाना संतुलित सेवन करें, ज्यादा खाने से यह आपके पेट को खराब भी कर सकता है। गुड़ वाली तिल चिक्की की 54 कैलोरी देता है। जिसमें से कार्बोहाइड्रेट में 24 कैलोरी होती है, प्रोटीन में 4 कैलोरी होती है और शेष कैलोरी वसा से होती है जो 26 कैलोरी होती है। तिल-गुड़ की चिक्की खाने का एक और फायदा ये है कि इससे शरीर में रिफाइंड शुगर नहीं जाएगा। तिल और गुड़ से बनी चिक्की या लड्डू दोनों की ही तासीर गर्म होती है। इसे सर्दियों में खाने से हेयर फॉल और स्किन से जुड़ी समस्याएं खत्म होती हैं।
तिल में मौजूद फाइबर व मैग्नीशियम के तत्व इंसुलिन और ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने का खतरा कम होता है जो डायबिटीज को दूर रखने में मदद करता है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मददगार है। कई स्टडीज में भी यह बात साबित हो चुकी है कि तिल को डायट में शामिल करने से हाई बीपी की समस्या को दूर रखा जा सकता है।
यह आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, कॉपर, सेलेनियम, जिंक, फोट, नियासिन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, विटामिन बी6, आदि से भरपूर होती हैं और इसके अलावा भी कई पोषक तत्वों का सीधा लाभ दिलाने में मददगार होती है।
तिल की चिक्की को बनाने के लिए आवयश्क सामग्री
200 ग्राम तिल (सफेद तिल)
½ कप गुड
1 कप पानी
ड्राई फ्रूट्स
1 चम्मच बेकिंग (मीठा)
सोडा ग्रीस की हुई थाली या बेकिंग टिन (चिक्की को सेट करने के लिए)
तिल की चिक्की बनाने कि विधि
काजू को छोटे छोटे टुकड़े में काट लीजिये। पिस्ते को लम्बे पतले टुकड़ों में काट लीजिये। इलाइची को छील कर दाने निकाल लीजिये।
बोर्ड या प्लेट जिसके ऊपर चिक्की बनायेंगे, उसके ऊपर घी डालकर चिकना कीजिये।
भारी तले की कढ़ाई को गरम कीजिये, तिल कढ़ाई में डालिये, मीडियम और धीमी आग पर तिल को लगातार चलाते हुये, तिल को फूलने तक और हल्के सा कलर चेन्ज होने तक भून लीजिये। भुने तिल को अलग प्लेट में निकाल कर रख लीजिये।
कढ़ाई में घी डाल दीजिये, घी मेल्ट होने दीजिये, अब गुड़ डालिये और मीडियम धीमी गैस पर, लगातार चलाते हुये इसको मेल्ट होने दीजिये, गुड़ पूरी तरह से मेल्ट होने के बाद, गैस बन्द कर दीजिये और भुने तिल मेल्ट हुई गुड़ में डाल दीजिये, कटे हुये काजू और पिस्ते और इलाइची के दाने डाल कर सारी चीजों के मिक्स होने तक मिक्स कर लीजिये। याद रखिये गैस मीडियम धीमी रखनी है। यदि गैस तेज होगी तो चीनी पिघलने के बजाय जल भी सकती है।
मिश्रण को चिकने किये बोर्ड पर डाल लीजिये और बेलन पर घी लगाकर मिश्रण को पतला बेल लीजिये, तुरन्त पिज्जा कटर या चाकू से काटने के निशान लगा दीजिये और ठंडी होने पर चिक्की के टुकड़े अलग कर लीजिये और प्लेट में निकाल कर रख लीजिये।

डॉ. अर्चिता महाजन
डॉ. अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डायटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर है।
सम्पर्क नम्बर : 946381 9002
Posted By : Himachal News
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