चुनाव खत्म फिर भी यह शख्स एक्शन में हैं क्यों ? क्योंकि यह नेता नहीं हैं। पोंग बांध विस्थापितों का मामला हो या सीमेंट कंपनियों की लूट, इन्होंने सबसे सीधा पंगा ले रखा है। हर घर रोशन हो इसके लिए अपने घरों को देशहित में तिलांजलि देकर बेघर हुए हज़ारों परिवारों को राजस्थान के मरुस्थल में जमीनें देकर अहसान किया गया। यहां घास भी नहीं उगती थी, उन रेतीले मैदानों को अपने पसीने से सींचकर जिला कांगड़ा के लाखों विस्थापितों को एक मसीहा मिल गया। होशियार सिंह हिमाचल और राज्यस्थान की सरकारों से मिले और कोर्ट भी पहुंचे। हिमाचल हाई कोर्ट ने सरकार को निर्देश जारी किए की विस्थापितों को हिमाचल में ही जगह दी जाए।
विस्थापितों ने फसलें उगा दी। उन्ही जमीनों को लैंड माफिया ओने पौने दामों में हड़प गया और लोग फिरसे बेघर हो गए। कभी इस कोर्ट तो कभी उस कोर्ट, कभी इस दर तो कभी उस दर ठोकरें खाने पर मजबूर हुए खुद के घर जलाकर दूसरों के घर रोशन करने वाले लोग पर हर जगह ठोकरों के अलावा कुछ न मिला। उनके लिए रोशनी की किरण बनकर उभरे हैं देहरा के विधायक होशियार सिंह। विस्थापितों की दुर्दशा देखकर उन्होंने सर मुंडवा कर सरकारों के खिलाफ एलान ए जंग कर दिया। जिला कांगड़ा के लाखों विस्थापितों को एक मसीहा मिल गया। होशियार सिंह हिमाचल और राज्यस्थान की सरकारों से मिले और कोर्ट भी पहुंचे। हिमाचल हाई कोर्ट ने सरकार को निर्देश जारी किए की विस्थापितों को हिमाचल में ही जगह दी जाए।
दूसरा मुद्दा सीमेंट कंपनियों की लूट का है। हिमाचल का सीना चीर कर यह कंपनियां चांदी कूट रही हैं और सीमेंट पंजाब में सस्ता बेच रही हैं। हिमाचल में बना सीमेंट हिमाचल में महंगा ओर पंजाब में सस्ता। इस ठगी के खेल पर विधायक ने मोर्चा खोल रखा है कि बताओं भाई हिमाचल में क्यों मंहगा सीमेंट बेच रहे हो ? धीरे धीरे उनकी मुहिम तेज़ होती जा रही है। जनता तो हमेशा व्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को हाथों हाथ लेती है। जाहिर सी बात है कि होशियार सिंह को भारी समर्थन मिल रहा है। विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने दो दिग्गज नेताओं को धूल चटा दी थी। अब पता नहीं किस किस को धूल चटाने की तैयारी है। हैरानी की बात यह है की शांता कुमार जैसे दिग्गज भी इन दोनों मामलों में खामोश हैं। खेर उद्योगपति से नेता बनकर राजनीति में उतरे होशियार सिंह ने सच में वो कर दिखाया है जिसकी आम जनता को उम्मीद होती है। आगे देखने वाली बात यह होगी की वो इस मुहिम को अंजाम तक कैसे पहुंचाते हैं। चाहे कुछ भी हो यह 'मैन इन एक्शन' ही रहना चाहिए। होशियार सिंह के इस जज्बे को सलाम। जय हिंद

लेखक : विनय शर्मा
लेखक हिमाचल हाई कोर्ट शिमला में अधिवक्ता हैं
और पूर्व में हिमाचल सरकार के डिप्टी एडवोकेट जनरल रहे हैं।